tag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post1023581585760517047..comments2023-10-08T11:11:00.920+01:00Comments on अनामदास का चिट्ठा: सतरंगे देश को ब्लैक एंड व्हाइट मत बनाइएअनामदासhttp://www.blogger.com/profile/06852915599562928728noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-12975565232891324342009-09-09T10:53:42.210+01:002009-09-09T10:53:42.210+01:00लगता हे हमारी तरह आपको भी कही चैन नहीं हे. औरो को ...लगता हे हमारी तरह आपको भी कही चैन नहीं हे. औरो को चैन से सोते देख कर लगता हे की हम शारीरिक- मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं हे वरन हर फ़िक्र को धुए में उडाते चले जाते. किसकी फ़िक्र किसका रोना, कभी तो लगता हे की पूरी समाजव्यवस्था सडी हुई हे. सर से पांव तक. यहाँ हमारी जगह नहीं हे.himmathttps://www.blogger.com/profile/05307951658539549529noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-27229075149676759842008-10-21T06:40:00.000+01:002008-10-21T06:40:00.000+01:00अरे...इसके बाद...हमें लगा अवसाद में चले गए...अरे...इसके बाद...<BR/>हमें लगा अवसाद में चले गए...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-24618097859771338372008-10-02T06:32:00.000+01:002008-10-02T06:32:00.000+01:00भारत को भारत बनाए रखने के लिए एक संघर्ष की ज़रूरत ...भारत को भारत बनाए रखने के लिए एक संघर्ष की ज़रूरत दिखने लगी है, भारत का अमरीका, ईरान या इसराइल होना कितना आसान हो गया है.<BR/><BR/><BR/>सही कहा आपने !!उन्हे सफ़ल करने मैने कुछ नही किया है !!आभारदीपकhttps://www.blogger.com/profile/08603794903246258197noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-75974686085652446952008-09-30T15:34:00.000+01:002008-09-30T15:34:00.000+01:00आपको ईद और नवरात्रि की बहुत बहुत मुबारकबादआपको ईद और नवरात्रि की बहुत बहुत मुबारकबादrakhshandahttps://www.blogger.com/profile/08686945812280176317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-24861131926021825102008-09-30T15:33:00.000+01:002008-09-30T15:33:00.000+01:00आप से पूरी तरह सहमत हूँ..काश यही सोच और लोगों की ह...आप से पूरी तरह सहमत हूँ..काश यही सोच और लोगों की होती लेकिन अफ़सोस ऐसा नही है...rakhshandahttps://www.blogger.com/profile/08686945812280176317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-7101951346477874472008-09-28T19:47:00.000+01:002008-09-28T19:47:00.000+01:00जानदार-शानदार-बजनदार लेख है।जानदार-शानदार-बजनदार लेख है।कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-54200867846694622952008-09-27T18:32:00.000+01:002008-09-27T18:32:00.000+01:00आप की बात से पूरी सहमति है।आप की बात से पूरी सहमति है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-20321651180397882542008-09-27T15:52:00.000+01:002008-09-27T15:52:00.000+01:00इसे कहते हैं "सपनों में खो जाना…" अच्छा है देखते र...इसे कहते हैं "सपनों में खो जाना…" अच्छा है देखते रहिये, लेकिन असल में ब्लैक एण्ड व्हाईट कौन बना रहा है, यही तो असली सवाल है जिससे सब दूर भागते हैंAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/02326531486506632298noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-19020570431934463532008-09-27T14:13:00.000+01:002008-09-27T14:13:00.000+01:00बहुत सही । इस मैजिकल इंडिया में हम बड़े हुए हैं, य...बहुत सही । इस मैजिकल इंडिया में हम बड़े हुए हैं, ये हमारे बचपन का इंडिया है । इसी इंडिया में हम शिशु मंदिर में कराग्रे वसते लक्ष्मी गाते थे और घर पर आकर कुरान की आयतें पढ़ते थे । <BR/>आओ हम और आप उस मैजिकल इंडिया को खोजें ।Yunus Khanhttps://www.blogger.com/profile/12193351231431541587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-14342345497932814002008-09-27T12:03:00.000+01:002008-09-27T12:03:00.000+01:00बहुत अच्छी और ज़रूरी पोस्ट।बहुत अच्छी और ज़रूरी पोस्ट।शायदाhttps://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-35201746358596441732008-09-27T06:48:00.000+01:002008-09-27T06:48:00.000+01:00बहुत सही !बहुत सही !Neelimahttps://www.blogger.com/profile/14606208778450390430noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-70382255161459605132008-09-27T02:30:00.000+01:002008-09-27T02:30:00.000+01:00सही कह रहे हैं आपसही कह रहे हैं आपSatyendra Prasad Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/11602898198590454620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-61160147796729436972008-09-27T02:07:00.000+01:002008-09-27T02:07:00.000+01:00लेख का शीर्षक ही अपने में मुकम्मल है। बहुत अच्छा ल...लेख का शीर्षक ही अपने में मुकम्मल है। बहुत अच्छा लिखा। सुन्दर!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6853758773001535028.post-2553263532487407852008-09-26T23:19:00.000+01:002008-09-26T23:19:00.000+01:00एकदम झन्नाटेदार लेकिन किसे बता रहे हो. स्ट्रीटिजिक...एकदम झन्नाटेदार लेकिन किसे बता रहे हो. स्ट्रीटिजिक पार्टनरशिप की बात करो पार्टनर. कौन सा नया मॉल खुला और गूची का नया झोला पर्याप्त महँगा है या नहीं या पिये कादें का नया प्रॉडक्ट कैसा है... बरिस्ता में लात्ते पीने (या खाने) लौंडे-लौंडिया आ रहे हैं या नहीं.<BR/><BR/>ये सवाल हैं जो आज हमारे सामने मुँह बाए खड़े हैं... कहाँ का राग मल्हार और कहाँ का रसखान.Rajesh Joshihttps://www.blogger.com/profile/00229556478300789066noreply@blogger.com